जन दूत न्यूज़ टीम
अकाश सिंह रावत
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में बरही विधानसभा से आप के प्रत्याशी रहे संजय मेहता ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वे हमेशा अलग – अलग राजनीतिक दलों के दरवाजे पर दस्तक देते हुए दिखाई पड़ते हैं. उनके भीतर राजनीतिक विचारधारा को लेकर स्थायित्व नहीं है.
टीएमसी को ऐसे अवसरवादी व्यक्ति को अपने पार्टी में शामिल नहीं करना चाहिए था. मेहता ने कहा की हज़ारीबाग में पिता – पुत्र की राजनीति ने यहाँ की जनता का बेड़ा गर्क कर दिया है.
हज़ारीबाग सांसद जयंत सिन्हा के पास अब भाजपा में बने रहने का कोई नैतिक आधार नहीं है. पिता पुत्र द्वारा दिग्भ्रमित किये जाने वाले राजनीति से हज़ारीबाग की जनता को संभालना आज वक्त की जरूरत है.
जब पिता – पुत्र में वैचारिक समानता नहीं है तो सिन्हा परिवार हज़ारीबाग की जनता को क्यों ठग रहे हैं. आने वाले चुनाव में हज़ारीबाग की जनता पिता – पुत्र की अवसरवादी राजनीति को सबक सिखाएगी. सिन्हा परिवार हज़ारीबाग को राजनीतिक चारागाह समझने की भूल न करे.
हज़ारीबाग की आवाम बहुत समझदार है. लोग सब देख समझ रहे हैं. वक्त आने पर जनता इस परिवार को माकूल जवाब देगी.
मेहता ने कहा की बेशक लोकतंत्र में सबको अलग – अलग विचार रखने की आजादी है लेकिन हज़ारीबाग में यशवंत सिन्हा परिवार न कभी विश्वसनीय रहा और न ही जनकल्याण से इस परिवार का कोई नाता रहा है. सिन्हा परिवार कुर्सी और अवसरवाद की राजनीति का स्पष्ट उदाहरण है.
