फसाने की साजिश रचने के खिलाफ पत्रकार ने दर्ज कराया थाना में मामला
▪️प्रेस काफ्रेंस में कैसे बोलकर पत्रकार को फंसाना है, इसकी जाल बुन ली गयी थी और ऑडियो वायरल
▪️क्रिमिनल नक्सली, फर्जी पत्रकार और रंगदार की बात गड़ी गयी थी
▪️मीडिया में खबर आने के बाद गलती को छुपाने के लिए पत्रकार को करार करना था फर्जी, ऑडियो ने खोल दी भेद
राँची : पत्रकार आशीष कुमार प्रमाणिक ने बुंडू थाना में एक शिकायत दर्ज कराया है। थाना को दिए शिकायत पत्र के अनुसार विनोद राय को भड़काकर स्वरुप भट्टाचार्य ने पत्रकार आशीष कुमार प्रमाणिक के खिलाफ थाना में झूठा एफआईआर करने की साजिश रची जा रही थी। प्रेस काफ्रेंस में कैसे बोलकर पत्रकार को फंसाना है, इसकी जाल बुन ली गयी थी। इसी दौरान स्वरुप भट्टाचार्य और विनोद राय से हुई बातचीत सोशल मीडिया में वायरल हो गया। वायरल ऑडियो में स्वरुप भट्टाचार्य विनोद राय को विश्वास दिलाते हुए दावा किया है कि वर्ष 2020 में भी तमाड़ विधायक विकास कुमार मुंडा को पत्रकार आशीष के खिलाफ में एफआईआर दर्ज कराने में पूरी मदद किया था, स्वरूप ही दिमांग दिया था और पत्रकार आशीष परेशान हुआ। वायरल ऑडियो में स्वरुप का कहना है कि आशीष प्रमाणिक पहले क्रिमिनल नक्सली था, फर्जी पत्रकार है और फर्जी अखबार चलाता है, पैसा कमाने का धंधा अपना लिया है, इसलिए एफआईआर करना बहुत जरूरी है। पत्रकार ने प्रतिलिपि बुंडू डीएसपी, ग्रामीण एसपी राँची और प्रेस क्लब राँची को दिया है।
वायरल ऑडियो से हो सकता है खुलासा
पत्रकार आशीष कुमार प्रमाणिक ने दिए शिकायत पत्र में बताया है कि शायद स्वरुप के बहकावे में आकर तमाड़ विधायक एफआईआर दर्ज किया है और अब विनोद राय भी स्वरुप के बहकावे में आया था लेकिन ऑडियो वायरल हो गया। वायरल ऑडियो ने राज खोल दिया है। आगे लिखा है तमाड़ विधायक के एफआईआर में पुलिस को जाँच में ऑडियो मददगार साबित हो सकता है। ऑडियो की जाँच और पुष्टि होना जरूरी है।
पत्रकार ने वास्तविक अखबार होने की दी जानकारी
पत्रकार आशीष कुमार प्रमाणिक ने बुंडू पुलिस को अपना अखबार वास्तविक तरीके से चलाने की जानकारी दी है। RNI से रजिस्टेड संख्या भी उपलब्ध कराया है। साथ ही डिग्रीधारी पत्रकार और अपना अखबार का संपादक होने की जानकारी दी है।
कौन है स्वरुप भट्टाचार्य और विनोद राय
स्वरुप भट्टाचार्य पेशे में तमाड़ का एक पत्रकार है और विनोद राय अड़की थाना क्षेत्र का रहने वाला है, पेशे में एक नेता है। बुंडू पुलिस को दिए गए शिकायत पत्र में बताया गया है कि नकली बंदूक और पुलिस की असली वर्दीधारी बॉडीगार्ड रखने को लेकर मीडिया में खबर आने पर विनोद राय कुछ पत्रकारों का सहारा ले रहे थे, ताकि प्रेस काफ्रेंस कर खबर का खंडन कर सके और अपनी गलती छुप जाय।