Palamu : पलामू के पांडू थाना क्षेत्र में विशेष समुदाय के लोगों ने 50 महादलित परिवार के 50 घरों को ध्वस्त कर उन्हें घर से बेघर कर दिया. पलामू ( Palamu) के महादलित परिवार की सुने 30 से 35 वर्षों से भी अधिक समय से रह रहे है रहे है उस जगह. घर ध्वस्त किए जाने के बाद बाद पूरे मामले को लेकर पीड़ित महादलित परिवार के सदस्य पलामू ( Palamu) के पांडू थाना पहुंचे हैं और पलामू (palamu) प्रशाशन से मदद की गुहार लगाई . मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को कुछ विशेष समुदाय के लोग भीड़ की शक्ल में पलामू (Palamu) पांडू थाना क्षेत्र के मुरुमातु के महादलित टोले में पहुंचे. यहां भीड़ ने पीड़ित महादलित परिवार के करीब 50 घरों को तोड़ कर, परिवार वालों को वहां से बेघर कर दिया. पलामू (Palamu) क्षेत्र के उनके कुछ मिट्टी के घर और झुग्गी झोपड़ियों को गिरा दिया.
पलामू (Palamu) के घटना के बाद से कुछ दलित परिवार के लोग घर के लिए दर-दर भटक रहे हैं . बता दें कि दलित परिवार के ये लोग पिछले 30 से 35 वर्षों से इस इलाके में रह रहे थे और पहाड़ के नजदीक मिट्टी काटकर घर और झुग्गी झोपड़ी बनाए थे, जबकि कई लोग पत्तों से बनी झोपड़ियों में रह रहे थे. हालांकि यह बात भी सामने आ रही है कि दोनों पक्षों के बीच लिखित समझौता हुआ था. कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि दलित परिवार की यह बस्ती स्टेट हाईवे पांडु छत्तरपुर के बगल में है. यह समुदाय इलाके में भिक्षा मांग कर अपना जीवन यापन कर रहा था. महादलित परिवार का कोई भी व्यक्ति शिक्षित नहीं है.
पलामू की यह घटना में समुदाय का आरोप है कि यह उनकी जमीन है, इस जमीन पर एक धार्मिक संस्था ( मदरसा) का संचालन किया जाना है जिसके लिए इन्हें खाली कराया गया. वही पीड़ित महादलित परिवार के सदस्यों का कहना है कि उनके पास जमीन से संबंधित सर्वे के कागजात भी उपलब्ध हैं.
पलामू ( Palamu) के इस मामले में पांडू थाना प्रभारी धुमा किस्कू का कहना है कि वे बाहर हैं, मौके पर पुलिस बल को भेजा गया है. महादलित परिवार की तरफ से लिखित आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी. दोनों पक्षों को मंगलवार को थाने बुलाया गया है