अकाश सिंह रावत
जनदूत न्यूज़ टीम
झारखंड के पारा शिक्षकों की उम्मीद बढ़ गई है अंदर ही अंदर खुशियां झलक रही है क्योंकि फिर से एक बार शिक्षा मंत्री ने पारा शिक्षकों के हित में बयान दिया है ।
झारखंड के पारा शिक्षक छत्तीसगढ़ बिहार की तर्ज पर अपनी मांग लगातार कई वर्षों से रख रहे हैं । ऐसे में पारा शिक्षकों ने पूर्व की सरकार के समक्ष कई आंदोलन किया था निराशा हाथ लगने के बाद भी पारा शिक्षक लगातार डटे रहे पूर्व की सरकार की समय अवधि समाप्त होने के बाद चुनाव का ऐलान किए जाने के बाद वर्तमान की सत्ता में रहने वाली पार्टी ने पारा शिक्षकों से एक वादा किया ।
वादा यह की पूर्व की सरकार ने आपको ठगने का जारी किया है आपकी समस्या का निराकरण हमारी सरकार अगर सत्ता में आएगी तो हम करेंगे । आप को स्थाई किया जाएगा आपको सम्मानित वेतन दिया जाएगा ऐसे कई वादे अलग-अलग चुनावी सभा में वर्तमान की सत्ता वाली पार्टी ने पारा शिक्षकों से किया था ।
सालों से ठगा महसूस करने वाले पारा शिक्षक भी वर्तमान की सत्ता वाली पार्टी का समर्थन किया लोगों ने जात धर्म को ऊपर रख अपने समस्या का समाधान करने वाले पार्टी की तरफ जाना सही समझा ।
कई पारा शिक्षकों ने पूर्व की सरकार के खिलाफ अलग-अलग जगह जागरूकता फैलाया कि आप पूर्व की सरकार वाली पार्टी को मत नहीं दे वैसे मैं वर्तमान की सत्ता वाली पार्टी सत्ता में आई और अब सत्ता पर काबिज हैं ।
सत्ता में आने के बाद पारा शिक्षकों ने अलग-अलग विधानसभा के विधायकों का स्वागत कार्यक्रम किया स्वागत कार्यक्रम करना भी लाजमी था क्योंकि पारा शिक्षकों की एक उम्मीद थी कि अब हमारे दुख के दिन जाने वाले हैं और अच्छे दिन आने वाले हैं धीरे-धीरे दिन बीतता गया पारा शिक्षकों का धैर्य टूटता गया ।
पूर्व की सरकार में प्रदर्शन करने वाले पारा शिक्षक वर्तमान की सत्ता वाली पार्टी जिन्होंने उनसे वादा किया था उनके समक्ष भी प्रदर्शन करने का रुख अपनाना शुरू कर दिए।
पारा शिक्षकों ने पहले वादा याद दिलाने के लिए करके एकत्रित होकर के सरकार के कानों तक बात पहुंचाने का सिलसिला शुरू किया वादा याद दिलाने का कार्यक्रम अलग-अलग मंत्रियों एवं सत्तापक्ष के विधायकों के आवास का घेराव कर शुरू किया गया
विधायकों का आवास घेराव एवं मंत्रियों का आवास घेराव किए जाने के बाद भी बात नहीं बनने के बाद आखिरकार दिलों में उम्मीद लिए पूर्व की सरकार को हटाने वाली पारा शिक्षकों की टोली ने वर्तमान की सरकार पर धावा इस कदर बोल दिया कि सत्र के दौरान पारा शिक्षकों ने वर्तमान की सत्ता वाली पार्टी के समक्ष धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया
धरना प्रदर्शन झारखंड विधानसभा के सामने शुरू किया गया धरना प्रदर्शन लगातार किया गया अलग-अलग जिले से पारा शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन में शामिल होकर सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाई
पारा शिक्षकों ने कहा कि जो पूर्व की सरकार ने हमारे साथ किया था वैसा ही वर्तमान की सरकार भी हमारे साथ कर रही है हमारे साथ धोखा हुआ है हमारी बात सरकार क्यों नहीं समझ रही है उन्होंने क्यों हमसे झूठा वादा किया । ऐसे कई प्रकार की बातें धरना प्रदर्शन में सामने आने लगी लगातार। धरना प्रदर्शन चलता गया लेकिन पारा शिक्षकों का किसी भी प्रकार से कोई जिक्र सरकार की तरफ से नहीं किया गया उम्मीद भरी निगाहों से किया जा रहा था प्रदर्शन लेकिन उम्मीदों पर फिर गया पानी ।
शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने बीमार रहते हुए भी कई बार पारा शिक्षकों का जिक्र किया शिक्षा मंत्री का झारखंड आगमन आने के बाद पारा शिक्षक अंदर से ही अंदर मन खुश होने लगें ।
खुशी इस बात का होने लगा कि राज्य के एक ही ऐसे मंत्री हैं जो लगातार पारा शिक्षकों के हित में बात करते हैं अपने किए गए वादों से मुकरते नहीं हैं स्वस्थ होने के बाद भी झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने पारा शिक्षकों को ले करके यह साफ तौर पर कहा है कि हम लोग पहले जो वादा किए हैं उस वादे को पूरा हर हाल में करेंगे तो आखिरकार इस बयान से एक खुशियां झलक रही है जो पारा शिक्षकों के चेहरे पर दिखना शुरू भी हो गया है ।
अब तो यह आने वाले समय में ही पता चल पाएगा कि आखिरकार राज्य सरकार पूर्व की सरकार में ठगे गए पारा शिक्षकों के हित में क्या कदम उठाती है क्या पारा शिक्षकों के चेहरे पर खुशियां लौटेगी या सिर्फ मन ही मन में खुश रहना होगा ।