आयोग में स्टाफ की कमी से जांच कार्य प्रभावित – पुष्कर महतो
रांची : झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग में स्टाफ की कमी से झारखंड आंदोलनकारियों के आवेदनों का जांच कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. झारखंड आंदोलनकारी चिन्हित हुए बिना प्रत्येक दिन मरते ही जा रहे हैं इसलिए राज्य सरकार से मांग की जाती है कि गृह विभाग को इस दिशा में समुचित कार्रवाई हेतु आदेश दे और स्टाफ की कमी झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग में समुचित व्यवस्था तत्काल दिया जाए. ताकि झारखंड आंदोलनकारियों के आवेदनों का निष्पादन युद्ध स्तर पर हो सके.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 में झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के गठन के बाद 63,2,89 झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारियों ने अपना – अपना आवेदन दिया है. इसके अतिरिक्त वर्ष 2021 में झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के पुनर्गठन के बाद आवेदनों की यह संख्या बढ़कर एक लाख से ऊपर हो गया है. ऐसे में झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग में पर्याप्त कर्मचारी एवं बुनियादी सुविधाएं नहीं होने के कारण झारखंड आंदोलनकारियों के आवेदनों का निष्पादन कार्य प्रभावित होता रहा है. आयोग में फिलवक्त लगभग 20 कंप्यूटर स्टाफ सहित आवेदनों की छंटनी करने वाले कर्मी की नितांत आवश्यकता है.
मुख्यमंत्री झारखंड आंदोलनकारियों के अवस्था को देखते हुए इस दिशा में त्वरित पहल करे एवं सकारात्मक कदम उठाए ताकि झारखंड आंदोलनकारियों का चिन्हितीकारण का कार्य जीते जी हो सक, मान – सम्मान एवं पहचान मिल सके.